सुसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत, मध्य काल के खूबसूरत स्मारक, तथा मुगल वास्तुकला के शानदार नमूने, पहाड़ों से घिरी खूबसूरत जगहो के लिए औरंगाबाद महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। महाराष्ट्र का एक विश्व विख्यात शहर औरंगाबाद जहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं यहां की खूबसूरत वस्तुकला तथा सांस्कृतिक विरासत को देखने के लिए। औरंगाबाद महाराष्ट्र का एक ऐसा शहर है जहां पर आपको देखने के लिए बहुत कुछ है। यह शहर अपनी एलोरा और अजंता की गुफाओं के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इन गुफाओं को यूनेस्को ने विश्व धरोहर में शामिल स्थान प्राप्त है।
यहां पर प्राचीन स्मारक भी आपको देखने को मिलेंगे, भव्य मंदिर तथा गुफाएं भी और प्राचीन किले तथा विविधताओं से भरपूर यह शहर जिसे देखने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक भी आते हैं। यह शहर न ही सिर्फ इतिहास तथा संस्कृति प्रेमियों के लिए वरन प्रकृति के प्रेमियों के लिए भी बहुत खास है। इसी वजह से भारत का यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इतिहास, संस्कृति तथा प्रकृति के अनूठे संगम को सजोए यह शहर,जहां पर आप को हिंदू, मुस्लिम, बौद्ध तथा मराठी सभी के द्वारा किए गए कुछ ना कुछ नए निर्माण को संजोए हुऐ है। औरंगाबाद के पास ही महाबलेश्वर, मुंबई, नासिक, पुणे जैसे और भी खूबसूरत पर्यटन स्थल मौजूद है।
औरंगाबाद के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल – Best 10 Tourist Places In Aurangabad In Hindi – Aurangabad Me Ghumne Ke Jagah
Best 10 Tourist Places In Aurangabad In Hindi : सुसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत, अद्भुत गुफाओ व मध्य काल के खूबसूरत स्मारक को सजोए औरंगाबाद महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है यहां देश विदेश से लोग पर्यटन के लिए आते हैं। धार्मिक और ऐतिहासिक रुचि रखने वाले यहां पर प्रमुखता से आते हैं क्योंकि यहां के ऐतिहासिक स्थल विश्व विख्यात हैं। यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत का दर्जा प्राप्त अजंता और एलोरा की गुफाओ के नक्काशी दार खंभे, आश्चर्यजनक नक्काशी और कलाकृति को देखने पर्यटक देश विदेश से आते रहते है।
इसके अलावा यहां का दौलताबाद किला जिसकी अद्भुत वास्तुकला मन मोह लेती है। अपनी प्राचीन गुफाओं के लिए औरंगाबाद का एक विशेष स्थान है। औरंगाबाद में हिन्दुओ का प्रमुख धार्मिक स्थल घृष्णेश्वर मंदिर स्थापित है जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। औरंगाबाद हिंदू, मुस्लिम और बौद्ध राजवंशों के द्वारा शासित किया गया इस वजह से यहां की अद्भुत वस्तु कला लोगों को आकर्षित करती है। यहां पर आपको मंदिर और दरगाह एक साथ खड़े दिखाई देंगे।
औरंगाबाद का प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल घृष्णेश्वर मंदिर – Aurangabad Me Ghumne Ke Jagah Grishneshwar Temple In Hindi
स्थापत्य शैली का एक जीता जागता उदाहरण है यह घृष्णेश्वर मंदिर। यह मंदिर एलोरा गुफा से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो महादेव शिव को समर्पित है। यह हिंदू धर्म के सबसे पवित्र धार्मिक स्थान में से एक है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है यह घृष्णेश्वर मंदिर। इस मंदिर की भव्यता और चित्रकारी तथा खूबसूरत नक्काशी के द्वारा उकेरी गई प्रतिमाओं को दर्शाता है यह अनोखा और विश्व विख्यात मंदिर जिसे 12वां ज्योतिर्लिंग माना जाता है। जिसकी भव्यता देखने के लिए आगंतुक वर्ष भर दिया आते हैं। इस मंदिर की स्थापत्य कला तथा शैली बहुत ही उत्कृष्ट है।
घृष्णेश्वर मंदिर बहुत ही प्राचीन मंदिर है,जहां पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे। इस मंदिर में की गई खूबसूरत नक्काशी तथा शांतिपूर्ण वातावरण और मंदिर की पवित्रता मन को अत्यंत शांति और आनंद का अनुभव कराती है। यह पवित्र शिव मंदिर यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है। इसकी वास्तुकला पर्यटकों को आकर्षित करती है। एलोरा गुफा का एक हिस्सा है यह बेजोड़ मंदिर। तो यदि आप औरंगाबाद जा रहे हैं तो इस मंदिर को अपनी सूची में जरुर शामिल करें।
औरंगाबाद में घूमने की जगह बीबी का मकबरा – Aurangabad Me Ghumne Ke Jagah Bibi Ka Maqbara In Hindi
यह औरंगजेब की पत्नी का एक खूबसूरत मकबरा है।जिसकी याद में वर्ष 1661 में ताजमहल से प्रेरित होकर अपनी बीवी राबिया उल दौरानी ( दिलरस बानू बेगम) की याद में बनवाया था। इसलिए यह ताजमहल से काफी मिलता-जुलता है। इसे दक्खन का ताज भी कहा जाता है। औरंगजेब के समय की सबसे बड़ी संरचनाओं में से एक मानी जाती है यह सुंदर मकबरा जो ताजमहल सा ही प्रतीत होता है।
बीबी का मकबरा भी एक प्रेम का प्रतीक है,जिसकी वास्तुकला बहुत ही अद्भुत है। इसे बनाने के लिए मुगल और फारसी वास्तुकला का प्रयोग किया गया है। प्राचीन नक्काशी से अलंकृत संगमरमर से इसे बनाया गया है। इसके आसपास के सुंदर बाग बगीचे इसकी सुंदरता को और भी मनोरम बनाते हैं। यदि आप औरंगाबाद जा रहे है तो वास्तु कला तथा नक्काशी से अलंकृत इस शानदार मकबरे को देखने के लिए जरूर जाएं।
औरंगाबाद की लोकप्रिय जगह दौलताबाद किला – Aurangabad Me Ghumne Ke Jagah Daulatabad Fort In Hindi
12 वीं शताब्दी में बनाया किला समुद्र तल से लगभग 200 मीटर ऊंचाई पर एक पहाड़ पर बना है। यह बेजोड़ किला महाराष्ट्र के सात आश्चर्य में से एक माना जाता है। इस किले के अंदर चारमीनार, चीनी महल, तथा अन्य कई आश्चर्यजनक वास्तुकला को दर्शाती संरचनाएं इस किले को एक आश्चर्यजनक रूप से भव्यता प्रदान करती है। औरंगाबाद के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है यह दौलताबाद का किला। यह ऐतिहासिक किला औरंगाबाद से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित है।
यादव वंश के राजा फिल्म यादव ने इस किले का निर्माण करवाया था अभी इस शहर का नाम देवगिरी था। 14 वीं शताब्दी में मोहब्बत बिन तुगलक ने इसका नाम बदल कर दौलताबाद कर दिया, जिसका मतलब है “समृद्धि का नगर”। इस किले में जाने के लिए 750 सीढ़ियां चढ़ने पड़ती हैं। ऊपर किले में जाने के बाद यहां का दृश्य मंत्रमुग्ध कर देता है। खूबसूरत हरी-भरी वादियों के बीच खड़ा यह भव्य किला खुद में एक अजूबा है। औरंगाबाद के सफर मै आप दौलताबाद किले को जरूर शामिल करें।
औरंगाबाद की खूबसूरत जगह औरंगाबाद गुफाएं – Aurangabad Me Ghumne Ke Jagah Aurangabad Caves In Hindi
यह गुफा भारत के सबसे आकर्षक गुफाओं में से एक है,जिसका निर्माण 6वीं और 8वीं शताब्दी का माना जाता है। यह दौलताबाद का एक और प्रमुख आकर्षण है जो शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित है,और यह एक बौद्ध तीर्थ स्थल भी है। यह गुफा बीबी का मकबरा के करीब 3 किलोमीटर दूर स्थित है। इन गुफाओं को पहाड़ों को काटकर बनाया गया है। इसके अंदर बनी सुंदर मूर्तियां, अजंता और एलोरा की मूर्तियों की तुलनात्मक प्रतीत होती हैं।
यह गुफा लगभग 600 साल पुरानी है जिसका रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग करता है। इसके अंदर की सुंदर शिल्प कला और पहाड़ को तराश कर बनी यह गुफा आकर्षण का मुख्य केंद्र है। शहर के विहंगम दृश्य कि आप इस स्थान से देख सकते हैं। यह 12 रॉक कट बौद्ध गुफाएं प्राचीन संस्कृत का बेजोड़ नमूना है। इसलिए यह औरंगाबाद का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
औरंगाबाद का दर्शनीय स्थल एलोरा की गुफाएं – Aurangabad Tourist Places In Hindi Ellora Caves
अपनी विहंगम वास्तुकला और स्थापत्य कला के कारण यह गुफा यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है। यह ऐतिहासिक गुफाएं,औरंगाबाद की ही नहीं बल्कि भारत के प्रमुख आकर्षण में से एक है। जिसे देखने के लिए आगंतुक आकर्षित होकर इस पर्यटन स्थल पर आते हैं यह गुफाएं चट्टानों को तराश कर बनाई गई हैं। स्थापत्य कला के कारण यह गुफा विश्व प्रसिद्ध है। इस गुफा में बौद्ध ,जैन और हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व दिखाई देता है। यह औरंगाबाद से लगभग 30 किलोमीटर दूर पर स्थित है। इस विश्व धरोहर स्थल की भव्यता और खूबसूरती बहुत ही आकर्षित करती है ,जिससे यह स्थान सैलानिया को अपनी तरफ खींचता है।
हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म की चित्र मूर्ति व अन्य कलाकृति से सजी हुई यह गुफा जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत का दर्जा प्राप्त है। अजंता में लगभग 30 गुफाएं हैं जिसकी मूर्तियां और भित्ति चित्र तीनों धर्मों को दर्शाते हैं। यहां की गुफाओं में आश्चर्यजनक नक्काशी की गई है। दीवारों पर सुंदर चित्र बने हुए हैं गुफा के नक्काशी दार खंभे गुफा को जीवंत बनाते हैं। अजंता और एलोरा की गुफाएं महाराष्ट्र की कीर्ति को और यश को बढ़ाती है। विश्व विख्यात गुफाओं को देखने लोग विदेशों से भी आते हैं।
औरंगाबाद का खूबसूरत पर्यटन स्थल अजंता की गुफाएं – Aurangabad Tourist Places In Hindi Ajanta Caves
यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत का दर्जा प्राप्त एलोरा की गुफा कैलाश मंदिर जो शिव को समर्पित एक रथ के आकार के स्मारक के लिए जानी जाती है। यहां की गुफाओं में पौराणिक कथाओं को प्रदर्शित करने वाली मूर्तियां स्थित है। यहां पर देखने के लिए कैलाश मंदिर, रावण की खाई, विश्वकर्मा गुफा, तीन ताल गुफा, रामेश्वर गुफा, दशावतार गुफा, औरंगजेब का मकबरा, भद्र मारुति मंदिर जैसे अनेकों स्थल लोगों को बहुत मनोरंजक लगती हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करती है। औरंगाबाद के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक यह गुफाएं वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इन गुफाओं की खोज ब्रिटिश अधिकारी जॉन स्मिथ द्वारा 1819 में की गई थी।
चट्टानों को काटकर बनाई गई यह गुफाए, 30बौद्ध गुफाओं का एक समूह है। इनका निर्माण काल दूसरी शताब्दी में माना जाता है। गुफाओं की दिवारी भारत के गौरवशाली चित्रकारिता ,भारतीय नक्काशी तथा वास्तुकला को दर्शाती हैं। औरंगाबाद में सबसे ज्यादा पर्यटन के लिए यह गुफाएं मशहूर है। इस भारतीय विरासत को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते रहते हैं। अजंता और एलोरा की गुफाएं महाराष्ट्र की कीर्ति को और यश को बढ़ाती है। विश्व विख्यात गुफाओं को देखने लोग विदेशों से भी आते हैं।
औरंगाबाद का प्रसिद्ध सिद्धार्थ गार्डन और चिड़ियाघर – Aurangabad Tourist Places In Hindi Siddharth Garden
यह एक खूबसूरत बगीचा जो 300 एकड़ में लगभग फैला हुआ है। पेड़ों की तथा फूलों की विविधता से भरा हुआ यह बगीचा एक बहुत ही खूबसूरत और शानदार बगीचा है। यहां के सुंदर चिड़ियाघर में आपको कई जंगली जानवर तथा सड़कों की प्रजातियां देखने को मिलेगी। यहां पर स्थित बुद्ध की प्रतिमा तथा म्यूजिकल फाउंटेन विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र है जो इस बगीचे के बीचो बीच स्थित है। यहां की हरियाली तथा फूलों की सुंदरता, झूले, भूल भुलैया तथा मिनी ट्रेन और अप्पू हाथी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
यहां पर 1200 से अधिक सांपों की प्रजाति देखने को मिलेगी । यह विस्तृत चिड़ियाघर विविधताओं से भरा हुआ है। यह स्थान बीवी का मकबरा के पास 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां पर प्रकृति प्रेमियों की काफी भीड़ होती है। यदि आप वन्यजीव के प्रेमी है तो यहां पर आपको कई जंगली जानवर जैसे शेर ,बाघ, तेंदुआ, सांप बिल्ली ,मगरमच्छ, लोमड़ी, हिरण लकड़बग्घा, तथा सुंदर मछलियां भी देखने को मिलेंगे। यह एक आकर्षक स्थल है जहां पर काफी पर्यटक आते हैं।
औरंगाबाद का लोकप्रिय स्थल सोनेरी महल – Aurangabad Tourist Places In Hindi Sonerimahal
वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है यह सोनेरी महल, इस महल में राजपूत शैली की वास्तुकला देखने को मिलती है। यह महल अपनी सांस्कृतिक विरासत को समेटे हुए हैं, इस महल में औरंगाबाद की सांस्कृतिक विशेषताएं देखने को मिलती हैं। सोनेरी महल की संरचना 2 मंजिल इमारत के रूप में हुई है। इस महल के बाहर खूबसूरत बगीचा बनाया गया है। इस महल को अब एक संग्रहालय में पर जहां पर आपको बहुत ही ऐतिहासिक चीजें देखने मिलेंगी। यहां राजपूत युग के प्राचीन वस्तुएं, घाट और दुर्लभ कलाकृति पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
इस महल के अंदर की दीवारों दीवारों पर सुंदर सोने की चित्र बनाए गए हैं किस वजह से इसका नाम सोनेरी महल रखा गया। दीवारों पर बनी कलाकृतियां बहुत ही अद्भुत हैं जो आगंतुकों को लुभाती हैं। इस महल की सुंदरता देखते बनती है,जिसे अब संग्रहालय के रूप में बदलने के बाद यहां पर कई ऐतिहासिक चीजें संग्रहित मिलती हैं, जिसे था आने के बाद देखने का आपको अवसर मिलता है। यह स्थान औरंगाबाद के सांस्कृतिक इतिहास को समेटे एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है,जो औरंगाबाद के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।
औरंगाबाद का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन म्हैस्मल – Aurangabad Tourist Places In Hindi Mhaismal Hill Station
औरंगाबाद के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है या स्थल,यहां पर आप ठंडे मौसम और हरी-भरी वादियों का लुफ्त उठा सकते हैं। यहां के शानदार परिदृश्य और शांत प्रकृतिक वातावरण देखने के लिए पर्यटक शहर की भागदौड़ से दूर आते हैं।यह स्थान औरंगाबाद से लगभग 37 किलोमीटर दूर स्थित है। जहां पर प्रकृति का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। समुद्र तल से 1067मीटर से भी अधिक ऊंचा होने के कारण यहां से दूर तक प्रकृति आकर्षक नजारा दिखाई पड़ता है। इतनी ऊंचाई से आसपास का हरा भरा वातावरण देखकर मन प्रफुल्लित हो उठता है।
यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा बहुत ही रमणीय लगता है जिसे देखने आगंतुक बार-बार आते हैं। यदि आप शहर के वातावरण से दूर, शांति और प्रकृति की गोद में समय बिताना चाहते हैं तो यह स्थान आपके लिए बहुत ही अच्छा स्थान है। प्रकृति के प्रेमियों के लिए यहां का नजारा बहुत ही अद्भुत है। सह्याद्रि पर्वत माला के बीच में बसा हुआ या खूबसूरत हिल स्टेशन बहुत ही आकर्षक पर्यटन स्थल है।
औरंगाबाद का मशहूर स्थल कैलाश नाथ मंदिर – Aurangabad Tourist Places In Hindi Kailashanatha Temple
औरंगाबाद के सर्व प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक प्रमुख पर्यटन स्थल है कैलाश नाथ मंदिर, जिसकी वास्तुकला भारत में ही नहीं वरन भारत के बाहर भी विख्यात है। यह विश्व विख्यात मंदिर भगवान शिव को समर्पित है जिसका निर्माण 6वीं से 9वीं शताब्दी के बीच में हुआ था। इसकी भव्यता और उत्कृष्ट कलाकारी स्थापत्य कला तथा वास्तुकला का जीवित उदाहरण है। इसमें प्रयोग की गई मूर्तिकला शैलियों को देख कर मन रोमांचित हो उठता है।
गर्भ ग्रह के सामने बने हुए मंडप के स्तंभ में खूबसूरत नक्काशी की गई है जिसमें नंदी की प्रतिमा स्थित है। इस मंदिर का निर्माण विशाल बेसाल्ट की चट्टान को काटकर किया गया है जो भारत का एक असाधारण मंदिर है। इस विशाल मंदिर की भव्यता और वस्तु कला लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है, इतिहास प्रेमियों तथा वास्तुकला के प्रेमियों के लिए यह स्थान स्वर्ग से कम नहीं है।
औरंगाबाद से घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी कितनी है?
महाराष्ट्र का प्रसिद्ध घुष्मेश्वर महादेव या घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग दौलताबाद से 11 किलोमीटर औरंगाबाद शहर के पास स्थित है।
भारत की सबसे बड़ी गुफा मंदिर कौन सी है?
भारत के महाराष्ट्र राज्य में औरंगाबाद से 30 कि॰मि दूरी स्थित राष्ट्रकूट वंश के शासकों द्वारा निर्मत एलोरा या एल्लोरा गुफा (वेरुल) भारत की सबसे बड़ी गुफा मंदिर है। इसे यूनिस्को द्वारा विस्वधरोहर का दर्जा भी प्राप्त है।
औरंगाबाद का पुराना नाम क्या है?
सूर्यवंशी वंश की राजपूत आबादी के कारण औरंगाबाद को ”बिहार का चितौडगढ़” भी कहा जाता है।
औरंगाबाद में एलोरा गुफाओं को किसने बनवाया?
600 से 730 ईस्वी में एलोरा गुफाओं को राष्ट्रकूट राजा कृष्ण प्रथम ने बनवाया था।
औरंगाबाद पर्यटन के लिए सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Aurangabad In Hindi
औरंगाबाद की यात्रा के लिए सैलानी वर्ष भर आते हैं पर यहां पर आदर्श समय नवंबर से मार्च तक का माना जाता है। इस टाइम पर यहां पर मौसम बेहद सुखद और साफ रहता है जिससे सर्दियों में यहाँ देश विदेश से पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। हालांकि बरसात के मौसम में यहाँ भारी बारिष होती है इसलिए इस समय यहाँ पर्यटक कम आते है।
औरंगाबाद के प्रसिद्ध भोजन – Famous Food Of Aurangabad In Hindi
आइए जानते हैं औरंगाबाद के कुछ प्रमुख व्यंजनों के बारे में। औरंगाबाद में आपको कई तरह के व्यंजन उपलब्ध हो जाएंगे पर यहां के भोजन में मुगलाई और हैदराबादी व्यंजन का एक प्रभाव रहता है। मुगलई छाप होने के कारण यहां पर ज्यादातर व्यंजन मांसाहारी होते हैं, लेकिन यहां पर शाकाहारी घूमने भी उपलब्ध है। औरंगाबाद में दाल तड़का शाकाहारी लोगों के लिए एक विशेष व्यंजन है। नान कालिया यहां का प्रसिद्ध मांसाहारी भोजन है। यहां की मिठाइयों में जलेबी, इमरती, चीनी और सूखे मेवे से बनी मिठाइयां प्रमुख है। इनके अलावा यहां पर बिरयानी, पुलाव तथा ताहरी भी प्रमुख भोजन है।
औरंगाबाद कैसे जाए- How To Reach Aurangabad In Hindi
भारत के लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के कारण औरंगाबाद हर मार्ग से बहुत ही अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां पर पहुंचने के लिए आप सड़क मार्ग रेल मार्ग तथा वायु मार्ग का अपने बजट अनुसार प्रयोग कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं यहां पर कैसे पहुंचा जा सकता है इन तीनों मार्गो द्वारा।
रेल मार्ग द्वारा औरंगाबाद कैसे जाए – How To Reach Aurangabad By Train In Hindi
यह शहर मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, भोपाल, पुणे तथा नागपुर जैसे शहरों से बहुत ही अच्छी तरह से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। भारत की आर्थिक राजधानी होने की वजह से भारत के सभी प्रमुख शहरो से मुंबई के लिए ट्रेन आराम से उपलब्ध हो जाती है।
सड़क मार्ग द्वारा औरंगाबाद कैसे जाए – How To Reach Aurangabad By Road In Hindi
मुंबई और पुणे से औरंगाबाद के लिए नियमित रूप से बस चलती रहती है यहां आने के लिए पर्यटक टैक्सी से भी पहुंच सकते हैं। मुंबई आज पूरे लगभग अधिकांश शहरों से जुड़ा हुआ है,जिससे हम सड़क मार्ग के द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। भारत के सभी प्रमुख बड़े शहरों से महाराष्ट्र के लिए अच्छी बसे उपलभ्ध है।
वायु मार्ग द्वारा औरंगाबाद कैसे जाए – How To Reach Aurangabad By Flight In Hindi
मुंबई तथा पुणे ,औरंगाबाद पहुंचने के सफर को आसान कर देते हैं। औरंगाबाद को जोड़ने वाली राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट उपलब्ध है,जिनके द्वारा मुंबई और पुणे आसानी से और जल्दी पहुंचा जा सकता है। फिर यहां से आसानी से औरंगाबाद टैक्सी अथवा बस के द्वारा पहुंचा जा सकता है। आप Amazon से किफायती कीमत पर फ्लाइट की टिकट बुक कर सकते है।
हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा “औरंगाबाद के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल (Best 10 Tourist Places In Aurangabad In Hindi)” के विषय में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। यदि आपका कोई सवाल हो तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी कमेंट बॉक्स में आप बताना ना भूलें। धन्यवाद
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