हैल्लो दोस्तो, आइये जानते हैं उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग में घूमने की 12 खूबसूरत जगह Famous Tourist Places In Rudraprayag in Hindi के बारे में जहाँ पर आप बर्फ से ढकी पहाड़ी और हिमालय की अद्भुत सुंदरता का आनंद उठा सकते है। रुद्रप्रयाग एक धार्मिक स्थान होने के अलावा बर्फीली पहाड़ियों, सुंदर घाटियों, अल्पाइन जंगलो की सुन्दरता, ग्लेशियरों और हिमालय की अद्भुत चोटियों से सुसज्जित एक खूबसूरत जगह भी है। रुद्रप्रायग का नाम भगवान शिव के रुद्रावतार को समर्पित है। उत्तराखंड में स्थित 5 प्रयागों मेंसे पहला स्थान देव प्रयाग का है।
तो यदि आप रुद्रप्रयाग की यात्रा का मन बना रहे हैं तो आइए जानते हैं Famous Tourist Places In Rudraprayag in Hindi, Hotels in Rudraprayag in Hindi, Famous Adventure Activities In Rudraprayag In Hindi, Best time to visit Rudraprayag in Hindi, How to Reach Rudraprayag in Hindi के बारे में जो निश्चित ही आपकी यात्रा को एक यादगार अनुभव प्रदान करेंगे।
रुद्रप्रयाग में घूमने की 12 खूबसूरत जगह – Famous Tourist Places In Rudraprayag in Hindi – Rudraprayag Tourist Places In Hindi
उत्तराखण्ड राज्य में रुद्रप्रयाग एक पवित्र पर्यटन स्थल है जो अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के संगम पर स्थित है। रुद्रप्रयाग आध्यात्मिक आकर्षण तथा जीवंत प्राकृतिक मनोरम सुंदरता के कारण यह स्थान स्वर्ग के समान खूबसूरत प्रतीत होता है। भगवान शिव के नाम से जाना जाने वाला यह आकर्षक शहर जिसे भगवान महादेव के रुद्र रूप के नाम के आधार पर ही रुद्रप्रयाग रखा गया है। मनोरम प्राकृतिक परिदृश्य के अलावा यहां पर स्थित प्राचीन मंदिरों के कारण इसे मंदिरों का घर भी कहते हैं।
रुद्रप्रयाग को बद्रीनाथ और केदारनाथ जैसे पवित्र तीर्थस्थलों के प्रवेश का द्वार माना जाता है। रुद्रप्रयाग खुद में आध्यात्मिक महत्व समेटे हुए एक प्रमुख तीर्थ स्थान होने के साथ-साथ पर्यटकों में रोमांचक एक्टिविटी के लिए भी प्रसिद्ध है। खूबसूरत पहाड़ियों के बीच में बसा हुआ रुद्रप्रयाग सफेद बर्फ से ढकी चोटियों के अलावा ट्रैकिंग तथा कैंपिंग जैसी गतिविधियों के लिए काफी प्रसिद्ध है। जिस वजह से देश विदेश से यहाँ घूमने आने वाले एडवेंचर गतिविधियों के शौकीन लोगो के लिए रुद्रप्रयाग एक फेमस पर्यटन स्थल है।
रुद्रप्रयाग का पौराणिक महत्व – Mythological Importance of Rudraprayag uttarakhand in Hindi
भगवान शिव की लीलाओं से जुड़ी हुई कई दंत कथाएं यहां प्रचलित हैं जिसमें से नारद मुनि से जुड़ी हुई कथा यहां पर काफी प्रसिद्ध है। संगीत से जुड़े हुए रहस्य को जानने के लिए नारद मुनि ने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी इससे उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें रुद्र रूप में दर्शन दिए थे तथा उन्हें संगीत का ज्ञान प्रदान किया था। जिस स्थान पर भगवान शिव ने उन्हें यह ज्ञान प्रदान किया था वह अब रूद्र मंदिर के रूप में जाना जाता है। जहां पर भगवान शिव की स्तुति करते हुए नारद मुनि के चित्रों को आज भी रूद्र मंदिर में गले में रूद्र माला को पहने हुए देखा जा सकता है।
रुद्रप्रयाग के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Rudraprayag Tourist Places in Hindi
Famous Tourist Places In Rudraprayag in Hindi : चार धाम प्रमुख केदारनाथ मंदिर के साथ साथ बर्फ से ढकी पहाड़ी और हिमालय की अद्भुत सुंदरता का आनंद उठा सकते है। आपको बता दें की रुद्रप्रयाग एक धार्मिक स्थल होने के साथ साथ एक खुबसूरत प्रकिर्तिक दृश्यों से भरपूर पर्यटन स्थल भी है। रुद्रप्रयाग में अद्यात्म और प्रकिर्तिक सुंदरता का अनोखा मिश्रण आपके इस यात्रा को ज़िन्दगी का खूबसूरत यादगार पल बना सकते है। रुद्रप्रयाग में घूमने के लिए कई प्राचीन मंदिरो के साथ साथ हरी भरी घाटियाँ के साथ बहुत से दर्शनीय स्थल है नीचे हम जिनके बारे में बताने वाले है तो आइए जानते है रुद्रप्रयाग में घूमने की 12 खूबसूरत जगह के बारे में –
रुद्रप्रयाग का प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर – Kedarnath Temple Famous Tourist Places In Rudraprayag in Hindi
भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग का प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थल है। लगभग 1000 साल पुराना केदारनाथ मंदिर बर्फ से आच्छादित पहाड़ों के बीच हरी-भरी सुंदर घाटियां तथा मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुवा है। समुद्र तल से 3583 मीटर की ऊंचाई पर बने केदारनाथ मंदिर पहुंचने के लिए मंदाकिनी नदी के किनारे 16 किलोमीटर ट्रैकिंग करने के बाद पहुंच सकते है। चार धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालु भारी संख्या में यहाँ भगवान शंकर के ज्योतिर्लिंग के दर्शन को आते है।
भगवान शंकर को समर्पित और चार धाम में प्रमुख केदारनाथ मंदिर के साथ साथ बर्फ से ढकी पहाड़ी और हिमालय की अद्भुत सुंदरता को देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक केदारनाथ आते है। लगभग 3 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला और एक चतुर्भुजाकार चबूतरे पर शिलापट द्वारा बने केदारनाथ मंदिर की वास्तुकला बहुत ही आकर्षक है।
केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में शंकु आकार का एक शिवलिंग और मंदिर के बाहर नंदी जी विराजमान है। केदारनाथ मंदिर की भव्यता तथा आसपास का आकर्षण दर्शनार्थियों तथा श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक और आंतरिक सुख प्रदान करने वाला है। अक्षय तृतीया के दिन केदारनाथ धाम मंदिर दर्शन के लिए खोला जाता हैं जिसमे श्रद्धालु सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक केदारनाथ धाम में दर्शन किए जा सकते है।
सोनप्रयाग रुद्रप्रयाग में घूमने की खूबसूरत जगह – Sonprayag Rudraprayag Ka Pramukh Paryatan Sthal in Hindi
सोनप्रयाग रुद्रप्रयाग में केदारनाथ से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है जो समुन्द्र तल से लगभग 1829 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ छोटा सा गांव है। सोनप्रयाग 2 पवित्र नदी वासुकी और मंदाकिनी के संगम पर स्थित है। यही वह स्थल है जहां पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। यहां की प्राकृतिक सुंदरता बहुत ही अद्भुत और मनोरम है। मान्यतानुसार यहां के जल को स्पर्श मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति कर सकते है। चोटियों पर रुई की चादर सी बिछी बर्फ और नदी का बहता जल इस स्थान को बेहद रमणीय रूप प्रदान करता है। यहीं से केदारनाथ की ट्रैकिंग यात्रा की शुरुआत होती है।
अगस्त मुनि रुद्रप्रयाग में घूमने की जगह – Augustmuni Rudraprayag Uttarakhand Tourism in Hindi
अगस्त मुनि मंदाकिनी नदी के तट पर हिमालय के सुंदर आकर्षण के बीच बसा एक पवित्र स्थान एक विख्यात और छोटा सा प्राचीन काल का प्रसिद्ध गांव है। किवन्दतियों के अनुसार यह प्रसिद्ध स्थान ऋषि अगस्त्य के गुरुकुल के रूप में उपयोग किया जाता था जिस कारण से इस गांव का नाम प्रसिद्ध ऋषि अगस्त्य के नाम पर ही अगस्त्यमुनि रखा गया। यदि आप शहर की भीड़भाड़ से ऊपर एक शांत और खूबसूरत जगह की तलाश में है तो यह स्थान आपके लिए एक उत्तम स्थान है।
जहां पर आप अपनी फैमिली और फ्रेंड के साथ या कपल के साथ सुंदर प्राकृतिक आकर्षण का आनंद ले सकते हैं। अगस्त मुनि इसलिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि चार धाम की यात्रा में प्रमुखता से कार्य करता है। यहां पर हेलीपैड होने के कारण चार धाम की यात्रा को हेलीकॉप्टर से करने वाले लोगों के लिए या स्थान एक प्रमुख स्थान है जहां से वह चार धामों की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग करते हैं।
इसके अलावा अगस्त मुनि की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए भी पर्यटक यहां अपना महत्वपूर्ण समय बिताते हैं तथा यहां की सुंदरता का लुत्फ़ उठाते हैं। यहां से दिखाई देने वाले अपने प्राकृतिक सौंदर्य तथा अपने महत्त्व के कारण यह स्थान रुद्रप्रयाग में घूमने की खूबसूरत जगहो में पर्यटकों के लिए प्रमुख पर्यटन स्थल है।
कोटेश्वर महादेव मंदिर रुद्रप्रयाग का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Koteshwar Mahadev Temple Rudraprayag Uttarakhand Tourism in Hindi
कोटेश्वर महादेव मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे पर स्थित एक सुविख्यात शिव जी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। मान्यता अनुसार जिसमें बना हुआ शिवलिंग प्राकृतिक रूप से स्थापित है।कोटेश्वर महादेव मंदिर एक गुफा में स्थित भगवान शिव का मंदिर है जो रुद्रप्रयाग के धार्मिक स्थलों में एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग शहर से लगभग 4 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जो बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम जाते समय रास्ते में पड़ता है।
मान्यता अनुसार केदारनाथ जाते समय भगवान शिव ने इसी गुफा में कुछ समय के लिए विश्राम किया था इसीलिए यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहाँ पर शिवरात्रि के दौरान भव्य मेले का आयोजन किया जाता है जहां पर देश-विदेश से दर्शनार्थी यहां पर प्राकृतिक रूप से बने इस शिवलिंग के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में भगवान शिव के अलावा भगवान गणेश, माता पार्वती तथा अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित है। इस गुफा मंदिर के कुछ ही दूर पर पवित्र अलकनंदा नदी बहती है जो इस मंदिर के आकर्षण को और भी भव्य बनाती हैं।
रुद्रप्रयाग में घूमने की खूबसूरत जगह देवरिया ताल – Deoria Tal Rudraprayag Me Ghumne Ki Jagah in Hindi
देवरिया ताल मस्तुरा और साड़ी गांव के बीच में बनी एक छोटी सी सुंदर और प्रसिद्ध झील है। यह ताल उखीमठ तथा चोपता रोड पर लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। समुद्र तल से लगभग 2387 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह स्थान अपनी रोमांचक गतिविधियां जैसे ट्रैकिंग और कैपिंग के लिए यह स्थान विख्यात है। यदि आप इन गतिविधियों के शौकीन हैं तो यह देवरिया ताल आपके लिए एक बेहद ही आकर्षक और मनोरम स्थल है। बर्फ से ढके हुए पहाड़ तथा हरे-भरे मैदान और जंगल इस स्थान को एक अद्भुत रूप प्रदान करते हैं
देवरिया ताल का शानदार परिदृश्य और आकर्षण पर्यटकों को अपनी ओर अवश्य ही खींच लाता है। इस स्थान पर आप जंगल ट्रैकिंग तथा रात भर की कैंपिंग का लुत्फ उठा सकते हैं। इस बेहद ही आकर्षक स्थल का रोमांच आपकी यात्रा को अवश्य ही एक यादगार अनुभव प्रदान करेगा जो कि एक अविस्मरणीय समिति के रूप में आपकी सुखद स्मृतियों को संजोए रखेगा। देवरिया ताल रुद्रप्रयाग के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक प्रमुख स्थान है।
रुद्रप्रयाग में घूमने की खूबसूरत जगह चोपता – Chopta Rudraprayag Me Ghumne Ki Jagah in Hindi
चोपता रूद्रप्रयाग का एक ऐसा आकर्षक पर्यटन स्थल जो भारत के सबसे अद्भुत और रोमांचक ट्रैकों के लिए विख्यात स्थल है। चोपता रूद्रप्रयाग के आकर्षक और अद्भुत घाटियों में बसा हुआ एक छोटा सा गांव है। सर्दियों के समय मैं यहां पर बिताया गया समय निश्चित ही आपके जीवन के सबसे यादगार अनुभव में से एक होगा। सफेद बर्फ की चादर से ढके हुए हिमालय के पहाड़ों के बीच में यह पर ट्रेकिंग करना एक रोमांचक और साहसिक अनुभव है।
नंदा देवी, चौखंबा और त्रिशूल जैसी पर्वत चोटियों के आकर्षक दृश्य तथा उन पर ट्रैकिंग करने का यादगार अनुभव लेने के लिए ट्रैकर्स तथा पर्यटक भारी संख्या में यहां पर आते हैं। बर्फ से ढकी हुई संदल चोटियों के अलावा यहां पर अल्पाइन तथा देवदार के वृक्षों से सजे हुए इस मनोरम स्थल के पर्यटन के लिए सर्दियों के मौसम में पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ती है। यदि आप रूद्रप्रयाग की यात्रा करना चाह रहे हैं तो आप इस चोपता घाटी का पर्यटन अवश्य करें। यहां के आकर्षण को देखकर यहां आने वाला कोई भी पर्यटक मंत्रमुग्ध तथा इसकी इसकी सुंदरता में विलीन सा हो जाता है।
रुद्रप्रयाग में घूमने की खूबसूरत जगह कालीमठ – Kalimath Rudraprayag Tourist Places in Hindi
जैसा कि इस मठ के नाम लेने से ही पता चलता है कि यह मठ माता काली के नाम पर रखा गया है। गुप्तकाशी और उखीमठ से कुछ ही दूर पर स्थित यह कालीमठ माता काली को समर्पित है जो रूद्रप्रयाग के प्रसिद्ध मंदिर तथा धार्मिक स्थलों में से एक है। रुद्रप्रयाग आने वाले सभी सैलानियों के लिए यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यहां पर नवरात्रि के समय में भक्तों की काफी भीड़ एकत्रित हो जाती है।
इस मंदिर में दर्शन करके तथा यहां से आसपास दिखाई देने वाले परिदृश्य को देख कर मन को शांति की अनुभूति होती है। रुद्रप्रयाग आने वाले सैलानियों के लिए यह एक प्रमुख स्थान है। मां काली को जल चढ़ाने तथा दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है।
गुप्तकाशी मंदिर रुद्रप्रयाग का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Guptakashi Rudraprayag Rudraprayag Tourist Places in Hindi
गुप्तकाशी मंदिर समुद्र तल से लगभग 1319 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मंदाकिनी नदी के किनारे केदारनाथ पर्वत के मार्ग पर स्थित है। यह गुप्तकाशी मंदिर भगवान विश्वनाथ तथा भगवान शिव को समर्पित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मंदाकिनी और सोन गंगा नदियों के संगम पर भगवान शिव से माता पार्वती का शादी का प्रस्ताव रखा गया था जिस कारण यह हिंदुओं में पवित्र स्थान माना जाता है
गुप्तकाशी मंदिर को छोटा काशी के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के सामने एक छोटा सा कुंड स्थित है जिसे मणिकर्णिका कुंड कहा जाता है। इस कुंड का आकर्षण यह है कि इसमें स्थित शिवलिंग दो नदियों से स्नान करता है। यह स्थान पांडवों की कथा से भी जुड़ा हुआ है कथाओं के अनुसार भगवान कृष्ण के कहने पर पांडवों ने कुरुक्षेत्र के युद्ध के बाद अपनी मुक्ति के लिए भगवान शिव से माफी तथा आशीर्वाद मांगने के लिए घोर तपस्या की थी। परंतु ब्रह्म हत्या तथा अन्यायपूर्ण घटनाओं के कारण शिवजी पांडवों से रुष्ट होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं करना चाहते थे
जिस कारण से गुप्तकाशी में उन्होंने बैल का वेश धारण करके गुप्त रूप में चले गए। परंतु पांडवों ने भगवान शिव का गुप्तकाशी तक पीछा किया। जब भीम ने भगवान शिव को बैल रूप में पकड़ने की कोशिश की तो वह गुप्तकाशी में विलुप्त हो गए। मंदाकिनी नदी के किनारे पर विलुप्त होने के कारण इस जगह को गुप्तकाशी का नाम दिया गया जो रुद्रप्रयाग का एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल है।
रुद्रनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Rudranath Temple Rudraprayag Rudraprayag Tourist Places in Hindi
भगवान शिव के रूद्र रूप को समर्पित यह मंदिर अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के संगम पर बसा हुआ है। यही वह स्थान है जहां पर भगवान शिव ने रूद्र रूप में नारद मुनि को दर्शन दिए थे। संगीत से जुड़े रहस्य को जानने के लिए नारद मुनि ने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी जिससे प्रसन्न होकर भगवान ने रूद्र रूप में प्रकट होकर नारद मुनि को संगीत का ज्ञान प्रदान किया था।
इस मंदिर में रूद्र माला पहने हुए नारद मुनि को भगवान शिव की स्तुति करते हुए आराधना करते हुए आज भी चित्र में देखा जा सकता है। भगवान शिव के रुद्र मंदिर के नाम पर ही स्थान को रुद्रप्रयाग का नाम मिला। यह मंदिर रुद्रप्रयाग के प्रमुख मंदिरों में से एक है जिसके दर्शन के लिए दर्शनार्थी यहां पर भारी मात्रा में आते हैं।
ऊखीमठ रुद्रप्रयाग का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Ukhimath Rudraprayag Rudraprayag Me Ghumne Ki Jagah in Hindi
रूद्रप्रयाग के सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में से प्रमुख स्थान रखने वाला यह ऊखीमठ, यही वह पवित्र स्थान है जहां पर सर्दियों में केदारनाथ मंदिर और मध्यमहेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने के बाद भगवान शिव की मूर्ति को विराजित किया जाता है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से है जहां पर भगवान शिव देवी पार्वती, अनिरुद्ध और मांधाता तथा उषा विराजित है। यह रूद्रप्रयाग के प्राचीन मंदिरों में से एक प्रमुख मंदिर है।
केदारनाथ मंदिर के पुनः खुलने तक भगवान शिव को इसी मंदिर में पूजा जाता है इसी वजह से सर्दियों में इसे केदारनाथ के रूप में भी माना जाता है। यहां से दिखाई देने वाले हिमालय की चोटियों के मनोहारी दृश्य पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती हैं। यह स्थान लगभग 1300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। एक पवित्र धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ यह एक हिल स्टेशन भी है जो तीर्थ यात्रियों तथा पर्यटकों को आकर्षित करती है।
रुद्रप्रयाग में घूमने की खूबसूरत जगह तुंगनाथ मंदिर – Tungnath Temple Rudraprayag Me Ghumne Ki Jagah in Hindi
रुद्रप्रयाग का यह तुंगनाथ मंदिर लगभग 1000 वर्षप्राचीन माना जाता है जो पहाड़ों की चोटियों पर बसा हुआ एक भव्य और आकर्षक मंदिर है। तुंगनाथ मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा करवाया गया था। इस मंदिर की वास्तुकला बेहद ही आकर्षक और अद्भुत है। समुद्र तल से 3680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर एक प्रसिद्ध और आकर्षक मंदिर है। तुंगनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जहां की यात्रा आपको अवश्य करनी चाहिए। इस मंदिर की भव्यता तथा आसपास के खूबसूरत परिदृश्य का दर्शन जरूर करना चाहिए। पहाड़ों की चोटी पर स्थित होने के कारण यहां के आसपास का दृश्य बेहद ही लुभावना होता है।
रुद्रप्रयाग में घूमने की खूबसूरत जगह कार्तिकेय स्वामी मंदिर – Kartik Swami Rudraprayag Ka Pramukh Paryatan Sthal in Hindi
भगवान कार्तिकेय को समर्पित यह सुंदर और भव्य मंदिर रुद्रप्रयाग का एक प्रसिद्ध मंदिर है जो भगवान महादेव के पुत्र को समर्पित है। यह स्थान समुद्र तल से लगभग 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंदिर पहाड़ के सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित होने के कारण आसपास के बेहद ही मनोरम परिदृश्य को दर्शाता है। इस मंदिर के दर्शन के लिए पर्यटकों को ट्रैक करके आना पड़ता है
कार्तिकेय स्वामी मंदिर के रोमांचकारी ट्रेकिंग के दौरान नीलकंठ, द्रोणागिरि तथा चौखंभा पीक जैसी अद्भुत चोटियों के दृश्य बेहद ही मनमोहक और मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते हैं। इस शानदार मंदिर के दर्शन के अलावा यहां से दिखने वाले शानदार परिदृश्य के कारण यह मंदिर रुद्रप्रयाग का एक सबसे अच्छा और प्रसिद्ध स्थल है। रुद्रप्रयाग आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक बेहद आकर्षक स्थल है।
रुद्रप्रयाग में कहाँ रुके? – Hotels in Rudraprayag in Hind
उत्तराखंड का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल और तीर्थ स्थल होने की वजह से रुद्रप्रयाग और उसके आसपास में बहुत से के किफायती होटल और गेस्ट हाउस मौजूद है। माउंटेन व्यू होटल , ज्वाल्पा पैलेस, शिवानंदी रिवर और सेवा आतिथि होमस्टे जैसे बहुत से साफ सुथरे और अच्छी सुभिधाओ वाले होटल की बुकिंग आप ऑनलाइन भी कर सकते है।
रुद्रप्रयाग में करने योग्य एडवेंचरस एक्टिविटी – Famous Adventure Activities In Rudraprayag In Hindi
अगर आप स्ट्रेस फ्री आउटिंग और एडवेंचर एक्टिविटी को पसंद करते है और आप इसका भरपूर आनंद लेना चाहते हैं तो आप रुद्रप्रयाग में इनका लुत्फ उठा सकते हैं। रुद्रप्रयाग में एडवेंचर एक्टिविटी के लिए पर्यटक भारी संख्या में आते हैं। उत्तरकाशी में आकर आप कैंपिंग का भी भरपूर आनंद ले सकते हैं। उत्तरकाशी में बर्फ से ढकी पहाड़ियों पर ट्रैकिंग के साथ खूबसूरत पहाड़ो और झीलों के किनारे कैंपिंग की भी व्यवस्था है जो स्ट्रेस फ्री आउटिंग के लिए एक अच्छा विकल्प है। जहां पर पर्यटक आकर कैंपिंग करते हुए तथा यहां के स्थलों के दर्शन करते हुए अपने इन यादगार पलों को समेटते हैं। पर्यटक कैंपिंग करते हुए यहां के आकर्षण का पूरा लुत्फ उठाते हैं।
रुद्रप्रयाग घूमने का अच्छा समय – Best time To visit Rudraprayag in Hindi
रुद्रप्रयाग के पर्यटन के लिए मार्च से जून तथा सितंबर से लेकर अक्टूबर तक का समय सबसे अच्छा समय माना जाता है क्योंकि मानसून के समय में यहां पर भूस्खलन होता है। सर्दी के मौसम में भारी बर्फबारी के कारण यहां की यात्रा में कठिनाई होती है इसीलिए मानसून और सर्दी के समय में यहां की यात्रा से बचना चाहिए। यदि आप बर्फबारी देखना चाहते है और बर्फीली चोटियों पर ट्रैकिंग करना चाहते है तो आप सर्दी के मौसम में यहाँ की यात्रा कर सकते है।
कैसे पहुंचे रुद्रप्रयाग? – How to Reach Rudraprayag in Hindi
यदि आप रुद्रप्रयाग की यात्रा करना चाहते हैं तो आइए बता दे आपको यहां पर आने के लिए मार्गों के बारे में, रुद्रप्रयाग आने के लिए आप अपनी सुविधा के अनुसार हवाई मार्ग, ट्रेन तथा सड़क मार्ग किसी का भी चयन कर सकते हैं। इन मार्गो से यहां पहुंचने के लिए कुछ जानकारी हम आपको अपनेइस लेख के माध्यम से प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं इन मार्गों के बारे में।
हवाई मार्ग द्वारा कैसे पहुंचे रुद्रप्रयाग? – How to Reach Rudraprayag by Flight in Hindi
यदि आप हवाई मार्ग द्वारा रुद्रप्रयाग जाना चाहते है तो हम आपको बता दे रुद्रप्रयाग का निकटतम हवाई अड्डा जौलीग्रांट हवाई अड्डा देहरादून है। जौलीग्रांट हवाई अड्डा यहां से लगभग 183 किलोमीटर दूर स्थित है जहां पर पहुंचने के बाद आप रूद्रप्रयाग पहुंचने के लिए टैक्सी या बस तथा कैब द्वारा यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
ट्रेन के द्वारा कैसे पहुंचे रुद्रप्रयाग? – How to Reach Rudraprayag by Train in Hindi
शहर से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यहां का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में स्थित है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन उत्तराखंड के साथ साथ भारत के सभी मुख्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जहां पहुंचने के लिए ट्रेनें आसानी से उपलब्ध है स्टेशन पहुंचने के बाद आप टैक्सी अथवा बस के द्वारा अपने गंतव्य स्थल तक पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा कैसे पहुंचे रुद्रप्रयाग? – How to Reach Rudraprayag by Raod in Hindi
महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों की सूची में महत्व रखने के कारण रुद्रप्रयाग सड़क मार्ग के द्वारा उत्तराखंड तथा प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, देहरादून, श्रीनगर आदि जैसे स्थलों से आप बस और टैक्सी द्वारा आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर पहुंचने के लिए बस, टैक्सी के अलावा आप अपने खुद के वाहन के द्वारा भी ड्राइव करके यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं। दिल्ली और उत्तराखंड के सभी शहरों से रुद्रप्रयाग के लिए अच्छी और सस्ती बसे उपलभ्ध है। आप Amazon से किफायती कीमत पर फ्लाइट और ट्रेन की टिकट बुक कर सकते है।
श्री केदारनाथ धाम मंदिर कहाँ स्थित है?
चार धामों में प्रमुख केदारनाथ धाम मंदिर देवभूमि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में है।
रुद्रप्रयाग में कौन कौन से प्रसिद्ध मंदिर हैं?
रुद्रप्रयाग में केदारनाथ मंदिर, त्रियुगीनारायण मंदिर, काली मठ ,कार्तिकेय स्वामी मंदिर, वासुकी ताल, तुंगनाथ मंदिर, गुप्तकाशी मंदिर, ऊखीमठ, और रुद्रनाथ मंदिर के साथ 12 प्रसिद्ध मंदिर हैं जो रुद्रप्रयाग को हिन्दुओ के लिए इक आस्था का केंद्र बनाते है।
रुद्रप्रयाग में बर्फ कौन से महीने में गिरती है?
यदि आप बर्फबारी देखना चाहते है और बर्फीली चोटियों पर ट्रैकिंग करना चाहते है तो आप सर्दी के मौसम में नवम्बर से जनवरी के बीच यहाँ की यात्रा कर सकते है।
निष्कर्ष –
केदारनाथ मंदिर, चोपता, सोनप्रयाग, कार्तिकेय स्वामी मंदिर, अगस्त मुनि, देवरिया ताल, तुंगनाथ मंदिर, गुप्तकाशी मंदिर, ऊखीमठ, और रुद्रनाथ मंदिर जैसे आध्यत्म और प्रकिर्तिक सौंदर्य से परिपूर्ण रुद्रप्रयाग उत्तराखंड ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत का एक प्रमुख तीर्थ स्थल और पर्यटन स्थल है। आज हमने जाना रुद्रप्रयाग में घूमने की 12 खूबसूरत जगह (Famous Tourist Places In Rudraprayag in Hindi) के बारे में जहाँ आप अपने घरवालो और दोस्तो के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते है। इस पोस्ट की जानकारी कैसी लगी कृपया कमेंट करे। धन्यवाद
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