आज हम जानते है झारखण्ड के सबसे प्रसिद्ध लोध जलप्रपात झारखण्ड (Lodh Falls Jharkhand In Hindi) के बारे में जो चारो तरफ से हरे भरे जंगलो और पहाड़ो से घिरा होने के कारण एक अद्भुत प्रकिर्तिक नजारा प्रस्तुत करता है। झारखण्ड का नाम सुनते ही लोगो के मन में खूबसूरत झरनो, डैम, नदी, पहाड़, प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक स्थल और बहुत से पर्यटक आकर्षक स्थानों की याद आ जाती है। झारखण्ड में कई खूबसूरत झरने होने के कारण रांची को “झरनों का शहर” भी बुलाया जाता है। इन्ही झरनो में लोध जलप्रपात Jharkhand Tourism में घूमने वाली जगहो में एक विशेष स्थान रखता है।
लोध जलप्रपात में पर्यटक भारी संख्या में पिकनिक मानाने और बोटिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों का आनन्द लेने आते है। अगर आप भी यहाँ घूमने का प्लान बना रहे है तो आइए इस पोस्ट के माध्यम से जानते है लोध जलप्रपात कहां स्थित है?, लोध जलप्रपात (Lodh Falls) घूमने कब जाना चाहिए? लोध जलप्रपात में क्या सावधानी बरतनी चाहिए? लोध जलप्रपात (Lodh Falls) कैसे पहुंचे? के साथ साथ Lodh Falls (Burha Ghagh Waterfall) के बारे में अन्य जानकारी –
लोध जलप्रपात झारखण्ड – Lodh Falls Jharkhand In Hindi – Burha Ghagh Waterfall – Famous Places In Jharkhand Tourism In Hindi
झारखंड के लातेहार जिले में स्थित लोध जलप्रपात झारखंड का सबसे बड़ा झरना है जो बूढ़ा घाघ जलप्रपात के नाम से भी प्रसिद्ध है। 143 मीटर (469 फीट) ऊँचा यह झरना भारत का 21वा सबसे ऊँचा झरना है। हरे भरे जंगलो और खूबसूरत पहाड़ो से घिरा यह झरना कोयल नदी की सहायक बूढ़ा नदी में स्थित है। इतनी ऊंचाई से जल के गिरने की गड़गड़ाहट बहुत दूर से आसानी से सुनी जा सकती है। लातेहार के घने जंगलो में बसे इस झरने के तल की गहराई नापने का कई प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। बडे बड़े बोल्डर द्वारा रस्सियों से पत्थरो को बांधकर इस कुंड में छोड़ा गया लेकिन इसके तल का पता नहीं लगाया जा सका।
कुछ लोगो द्वारा लोध जलप्रपात के इस कुंड को बुद्ध जलकुंड भी कहा जाता है। लोध जलप्रपात की प्रकिर्तिक सुंदरता बेहद ही अद्भुत और मनमोहक है। लोध जलप्रपात को अपने बड़ी और गहरी कुंड के लिए भी जाना जाता है। पहाड़ो, घने जंगलो के बीच स्तिथ ये झरना और साथ में बहती नदी की कलकल की मधुर ध्वनि आपके मन को शान्त और प्रफुल्लित कर देगी। इस झरने के पास पहाड़ों की हसीन वादियों में ब्रिटिश काल के दौरान उच्च अधिकारियो (लाट साहबों) को काफी पसन्द आती थी और वो गर्मियों के दौरान यहाँ रहने आते थे। अद्भुत वास्तुकला से यहाँ बना लाट बंगला उनके रहने के लिए बनाया गया था।
लोध जलप्रपात जाते समय आपको रास्ते में विभिन्न प्रकार के प्रवासी पंछी देखने को मिलेंगे। यहाँ की जैव विविधिता आपको निश्चित ही प्रभावित करेगी। इसके अलावा आप यहाँ पर रैपलिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी साहसिक गतिविधिया का आनन्द भी ले सकते है। यहाँ पानी कटान से बने चट्टानों पर बैठ कर आप आस पास के ख़ूबसूरती को निहारते हुए अपने पिकनिक का भरपूर मजा ले सकते है। इसके साथ ही इस स्थान पर फोटोग्राफी और वीडियो शूटिंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है आप यहाँ कुछ स्थानीय भाषा में फिल्मो और गानो की शूटिंग भी देख सकते है।
लोध जलप्रपात (Lodh falls) का प्रवेश शुल्क क्या है ?
हिमालय की घाटियों का सा अनुभव कराने वाला यह स्थल चारों तरफ से जंगल की सुंदरता से घिरा हुआ बेहद रमणीय दृश्य प्रस्तुत करता है। पहले इस पर्यटन स्थल पर प्रवेश शुल्क नहीं लगता था लेकिन नवम्बर 2020 से वन विभाग द्वारा यहाँ प्रति व्यकित 10रु प्रवेश शुल्क लिया जाने लगा। इसके अलावा यहाँ पर्किंग शुल्क चार पहिया वाहन का 50रु, दो पहिया वाहन का 20रु और बस का 100रु लिया जाता है।
लोध जलप्रपात (Lodh Falls Jharkhand) में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
अगर आप लोध जलप्रपात घूमने जा रहे हैं तो आपको यहां जाने से पहले वहां की कुछ सावधानियों को विशेष रूप से जान लेना चाहिए जो आपकी यात्रा को सुरछित बना देंगे। लोध जलप्रपात बहुत ऊंचाई से गिरता है इसलिए झरने के आसपास काफी खतरनाक गड्ढे बने होते हैं जो चट्टानों के कटने से बनते हैं। पानी से ढके होने के कारण यह गड्ढे दिखाई नहीं पड़ता जो कई बार दुर्घटना का कारण बन जाते हैं। साथ ही में आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप जलप्रपात के तेज बहाव में न नहाए।
झरने के थोड़ा आगे बढ़ने के बाद जहां पानी थोड़ा शांत होता है वहां आप स्नान कर सकते है। घने जंगल और पहाड़ी छेत्र होने के कारण वहाँ जंगली जानवर भी बहुत होते है इसलिय वहाँ सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक ही घूमना सुरछित होगा। झारखण्ड सरकार द्वारा चयनित वन विभाग के कर्मचारी वहाँ आपकी सुरछा के लिए रहते है।
लोध जलप्रपात घूमने का अच्छा समय – Best Time To Visit Lodh Falls In Hindi
यदि आप रांची के पास स्थित खूबसूरत लोध जलप्रपात घूमने के लिए जाना चाहते है तो हम आपको बता दे की यहाँ घूमने के लिए बरसात का समय (जून से सितंबर तक) आदर्श माना जाता है। मानसून के समय में लोध जलप्रपात की प्रकिर्तिक खूबसूरती अपने चरम पर होती है। पहाड़ो से तीन अलग अलग धाराओं से गिरता और मधुर गर्जना के साथ इसकी खूबसूरती और बढ़ जाती है। वैसे गर्मियों में भी यहाँ पिकनिक मानाने भारी संख्या में लोग आते है क्यू की हवा के साथ उड़ता हुवा जल की फुहारे इस छेत्र को ठंडा बना कर रखती है।
लोध जलप्रपात (Burha Ghagh Waterfall) के पास अन्य पर्यटन स्थल – Tourist Places Near Lodh Falls In Hindi
- टैगोर हिल
- दशम जलप्रपात
- पतरातू घाटी
- हुंडरू जलप्रपात
- बिरसा जूलॉजिकल पार्क
- पंच घाघ वॉटरफॉल
- रॉक गार्डन
- जगन्नाथ मन्दिर
- नक्षत्र वन
- तोपचांची झील
- रांची लेक
- फन कैसल वाटर पार्क
- अंगराबादी मंदिर
- नेतरहाट – हिल स्टेशन
- निचला घाघरी जलप्रपात
लोध जलप्रपात कैसे पहुंचे? – How To Reach Lodh Falls In Hindi
फ्लाइट से –
यदि आप फ्लाइट से Lodh Falls जाते है तो रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डा पहुंचकर वहाँ से घाघरा-नेतरहाट होते हुए टैक्सी द्वारा पहुंच सकते है। बिरसा मुंडा हवाई अड्डे से Lodh Falls लगभग 183 किलोमीटर दूर है। आप Amazon से किफायती कीमत पर फ्लाइट की टिकट बुक कर सकते है।
ट्रेन से –
लोध जलप्रपात (बूढ़ा घाघ जलप्रपात) ट्रेन से जाने के लिए आपको बरवाडीह स्टेशन पहुंच कर लोध जलप्रपात के लिए टैक्सी या बस लेनी होगी। बरवाडीह स्टेशन से लोध जलप्रपात (Burha Ghagh Waterfall) लगभग 57 किलोमीटर दूर स्थित है। आप Amazon से किफायती कीमत पर ट्रेन की टिकट बुक कर सकते है।
बस से –
बस से लोध जलप्रपात जाने के लिए आप रांची के बिरसा मुंडा बस टर्मिनल उतर सकते है वहाँ से आप नेतरहाट होते हुए लोध जलप्रपात पहुंच सकते है। लोध जलप्रपात से रांची की दूरी लगभग 217 किलोमीटर दूर है।
लोध जलप्रपात किस नदी पर स्थित है?
हरे भरे जंगलो और खूबसूरत पहाड़ो से घिरा लोध जलप्रपात झारखण्ड के लातेहार जिले में कोयल नदी की सहायक बूढ़ा नदी में स्थित है।
लोध जलप्रपात की ऊंचाई कितनी है
लोध जलप्रपात की ऊंचाई 143 मीटर (469 फीट) है जो भारत का 21वा सबसे ऊँचा झरना है।
लोध जलप्रपात का जलप्रपात कहाँ है ?
झारखंड राज्य के रांची से लगभग 190 किमी दूर यह जलप्रपात लातेहार जिले में स्तिथ है।
दुनिया का सबसे ऊँचा वॉटरफॉल कौन सा है ?
एंजेल फॉल्स 979 मीटर (3212 फीट)
भारत का सबसे ऊँचा फॉल कौन सा है ?
भारत में कर्णाटक राज्य के शिमोगा में स्तिथ 1493 फीट ऊँचा कुंचिकल फाल्स भारत का सबसे ऊँचा फॉल है।
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- झारखंड के 10 प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Best 10 Tourist Places In Jharkhand In Hindi
- रांची के 15 प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Ranchi Best Tourist Places In Hindi
- पतरातू घाटी झारखण्ड घूमने की जानकारी – The Famous Valley Patratu Valley
- टैगोर हिल घूमने की पूरी जानकारी – Tagore Hill Ranchi Jharkhand
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